Monday, August 3, 2009
Switching to Hindi
दोस्तों, इस वेब-पृष्ठ पर मेरा पहला पत्र अँग्रेज़ी मे था| चूँकि अँग्रेज़ी के माध्यम से भारत ही नही विश्व के अधिकाधिक भाग तक अपनी बात पहुचाई जा सकती है, इसलिए मैं अँग्रेज़ी मे लिखने के ख़याल से अपने आप को उबार ना सका| वास्तव मे मैने सोचा था की एक ही वेब-पृष्ठ पर हिन्दी आ अँग्रेज़ी दोनो ही भाषाओं मे लिखूंगा| पर तीन रात्रि की गहन आलोचना के बाद [:)] यह निर्णय लिया की "मेरा फलसफा" नामी पृष्ठ हिन्दी के ही नाम कर दूं| इसलिए तुरंत ही मैने हिन्दी मे ये नया पत्र लिख डाला और अँग्रेज़ी मे लिखने के लिए एक नयी जगह तलाश ली| अब मेरे अँग्रेज़ी पत्र http://soulularspace.blogspot.com/ पर प्रकाशित हुआ करेंगे| मैने तो अपना पहला अँग्रेज़ी पत्र पहले ही इस नये पृष्ठ पर स्थानांतरित कर दिया है| कोशिश रहेगी के हिन्दी, अँग्रेज़ी और मेरी लोकभाषा मैथिली को बराबर समय दे सकूँ | इन पत्रों का कोई निश्चित उद्देश्य तो अभी निर्धारित नही किया है लेकिन आशा है मेरे ये पत्र आपमे से किसी ना किसी को ज़रूर रोचक लगेंगे, वैसे यदि मेरी ये ऊल जलूल बातें अच्छी ना भी लगे तो भी अपने प्रतिक्रियाए ज़रूर व्यक्त करें| हिन्दी का प्रयोग काफ़ी दिनों से ना करने की वजह से भाषा मे कुछ त्रुटि रह सकती हैं, यदि ऐसी कोई त्रुटि आपकी नज़रों को चुभे तो मुझे अवश्य सुझाऐं |
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